gideonhistory.com
विश्व की प्रथम वेबसाइट है जिसमें भारतवर्ष का संपूर्ण इतिहास, संस्कृति एवं सभ्यता की अधिकतम जानकारियों को कालानुक्रम में समाहित किया गया है। भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता विश्व की महानतम संस्कृतियो में अपना एक विशिष्ट स्थान रखती है। भारतीय संस्कृति का प्रमुख आधार वेद हैं। वैदिक कालीन संस्कृति को ही कालांतर में महान् सम्राटों ने अपनाया तथा उसे प्रश्रय प्रदान किया। जब वेदों को उद्वाचन द्वारा एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक पहुंचाया जाता था, तब से लेकर आज के अत्याधिक आधुनिक युगीन इन्टरनेट तक भारतीय संस्कृति का मूल आधार वेदों को ही माना जा सकता है। आज विश्व के लगभग हर घर में एवं हर संस्था में इन्टरनेट की सुविधा प्राप्त है इसीलिए वेबसाइट के माध्यम से भारतीय इतिहास एवं संस्कृति का प्रचार-प्रसार विश्व के कोने-कोने तक किया जा सकता है। वेबसाइट के माध्यम से भारतीय संस्कृति, सभ्यता एवं इतिहास को जानने से पूर्व यह नितांत आवश्यक है कि हम संस्कृति, सभ्यता एवं इतिहास जैसे शव्दों को भली भांति समझ कर उनका विधिवत अध्ययन कर सकें।
संस्कृति मानव जीवन से संबंधित है। एक क्षेत्र विशेष का रहन-सहन, खान-पान, रीति-रिवाज, धार्मिक विश्वास, परंपराएँ आदि संस्कृति कहलाती है। मानवीय समुदाय अपनी संस्कृति के अनुसार जीवन यापन में प्रसन्नता एवं सुविधा का अनुभव करता है। संस्कृति एक क्षेत्र विशेष के मानवीय व्यवहार को जानने का सबसे सरल माध्यम है। सभ्यता से तात्पर्य है व्यक्तियों का सामाजिक नियमों और व्यवहारों को जानना, उनका पालन करना, समाज के योग्य समुचित आचरण करना और समाज के अनुशासन में रहना। इतिहास एक झरोखा है, जिसमें झाँककर हम अतीत को देख सकते हैं। इतिहास के माध्यम से किसी भी राष्ट्र की राजनैतिक, सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक स्थिति को जान सकते हैं। अतीत मे घटित होने वाली घटनाएँ भी इतिहास का अंग होती है। इतिहास वर्तमान के लिए शिक्षण का कार्य भी करता है क्योंकि इतिहास मानव जाति के प्रयत्नों और उपलव्धियों की एक श्रृंखला है।
अध्ययन की सुविधा हेतु से भारतीय इतिहास एवं संस्कृति को चार कालों में विभाजित किया जा सकता है ।
1 प्राचीन काल (प्रारंभ से 1200 ई.)
2 मध्यकाल (1200 ई. - 1740 ई.)
3 आधुनिक काल (1740 ई. - 1950 ई.)
4 उत्तर आधुनिक काल (1950 ई. - 2000 ई.)
उपरोक्त कालों में भारतीय इतिहास, संस्कृति एवं सभ्यता ने किन-किन दौरों से गुजरते हुए किस प्रकार अपनी गरिमा को कायम रखा एवं उसमें विभिन्न कालों में क्या-क्या परिवर्तन हुए। इन सबका विस्तृत विवरण इस वेबसाइट में उपलब्ध है ।
gideonhistory.com की आवश्यकता क्यों?
आज प्रत्येक भारतवासी का यह कर्तव्य एवं अधिकार है कि वह जिस राष्ट्र का स्वतंत्र नागरिक है अर्थात जो उसकी मातृ भूमि है, उसके इतिहास, संस्कृति एवं सभ्यता से परिचित हो। संभवतया आज के इस आधुनिक दौर में एक आम भारतवासी अपनी महान् सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक धरोहर को छोड़कर पाश्चात्य सभ्यता की ओर आकर्षित होकर उसके अनुसार स्वयं को ढालने का प्रयास कर रहा है एवं वही उसके लिए गौरव की बात है। रहनसहन एवं खानपान में तेजी से होता बदलाव, बड़ों के प्रति बढ़ता अनादर एवं भारतीय संस्कृति की अवहेलना करना ही अधिकांश भारतीयों की नियति बन गई है। इसके परिणाम स्वरूप भारतीय व्यक्तियों के नैतिक मूल्यों का निरंतर पतन एवं राष्ट्रीयता की भावना में निरंतर कमी होती जा रही है। आज एक आम व्यक्ति के चरित्र में मूल्यों के हृास को राष्ट्र के किसी भी कोने में आसानी से देखा जा सकता है। जैसे आज अधिकांश व्यक्तियों में वेलेनटाइन डे एवं फ्रेन्डशिप डे के प्रति जागरूकता, रुझान एवं दीवानगी इसके उत्कृष्ट उदाहरण हैं। आज एक भारतीय को स्वयं के नैतिक एवं सांस्कृतिक मूल्यों का कितना ज्ञान है ? भारतीय संस्कृति के प्रति उसकी कितनी श्रद्धा है ? आम भारतीय के चरित्र की वर्तमान में क्या स्थिति है ? यह नहीं कहा जा सकता लेकिन इस सर्वव्यापी नैतिक पतन के लिए व्यक्ति विशेष या समुदाय विशेष या सरकार विशेष को ही पूरी तरह दोषी नहीं माना जा सकता क्योंकि आज तक किसी भी एक ऐसे साधन का निर्माण नहीं हो सका या इस दिशा में ऐसा कोई सार्थक प्रयास हुआ ही नहीं जिसके माध्यम से एक आम व्यक्ति अपनी गौरवशाली संस्कृति, मूल्यवान संस्कार एवं विश्वविख्यात इतिहास से परिचित हो सके। अतः इन भीषण समस्याओं के समाधान की ओर भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता पर उपलब्ध साक्ष्यों को आधार बनाकर, आम विद्यार्थियों के चरित्र निर्माण एवं उनमें सांस्कृतिक लगाव एवं राष्ट्रीयता की भावना जागृत करने की दिशा में किया गया यह एक लघु किन्तु आवश्यक प्रयास है।
gideonhistory.com का महत्व
यह प्रथम ऐसी वेबसाइट है जिसमें भारतवर्ष की संपूर्ण संस्कृति एवं इतिहास की अधिकतम जानकारियों का कालानुक्रम में समावेश किया गया है। इस वेबसाइट में शामिल की गईं समस्त जानकारियां, आज तक रचित साहित्यिक साक्ष्यों एवं अब तक के पुरातात्विक शोधों के आधार पर संग्रहित की गई हैं। जहां तक इसके महत्व का प्रश्न है इस वेबसाइट का महत्व तब ही सार्थक होगा जब अधिक से अधिक भारतवासी जो विश्व में जहां-कहीं भी निवास कर रहे होंगे, इसे आवश्यक रूप से पढ़कर अपने-अपने शेष जीवनों में मूलभूत भारतीय सांस्कृतिक सिद्धांतों को ग्रहण करते हुए उनका यथासंभव पालन करने का प्रयास करें ताकि अगली पीढ़ी को नैतिक पतन एवं चरित्रहृास से बचाया जा सके । समस्त विद्यार्थियो के लिए एवं प्रतियोगी परीक्षा के दृष्टिकोण से भी इसकी उपयोगिता होगी । इसमें भारत का ऐतिहासिक घटनाक्रम कालानुक्रम में प्रस्तुत किया गया है।
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